सड़क पर चलते फ़कीर को देखा । आधी खींची हुई लकीर को देखा । पत्थरों पर खिली हुई जली हुई सी ठूँठ को देखा । इन सबका अपना अपना है, पर सच बतलाना "सर्व" इन सबका कोई अपना है ?
No comments:
Post a Comment